चार शब्द… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

New Project 72

.…प्रिया मात्र पांच साल की थी… जब निखिल को जन्म देते हुए उसकी मां चल बसी… घर में चाची, बुआ, दादी सब थीं… पर मां की कमी तो फिर भी थी ही…  नन्हे निखिल को संभालने के लिए सभी प्रिया के पापा सौरभ जी से जिद करने लगे… सौरभ जी ने साफ मना कर दिया … Read more

दगड़ाबाई चा गुत्ता! – कुसुम अशोक सुराणा : Moral Stories in Hindi

New Project 80

अमावस की रात में झींगुरों की झीं-झीं के बिच, सूखे पत्तों को रौंद कर एक आवाज़ रात की ख़ामोशी को चीरती हुई दगडाबाई के कानों में गर्म शीशे सी पहुँची और कुछ ही पलों बाद उसे ऐसे लगा मानों कोई उसका पल्लू खींच रहा हैं! ऊँची-ऊँची घास के बिच एक्का-दुक्का ढाबों के आसपास हाइवे से … Read more

ऑंसू बन गए मोती – साधना वैष्णव : Moral Stories in Hindi

New Project 88

  अनुभा ओ अनुभा… सास की आवाज सुनकर थकान से बोझिल ऑंखों को अनुभा ने जैसे ही खोला सामने अपनी सास को देखा। वे उसके अनुराग की निशानी को गोद मेें लिए ससुर जी के साथ खड़ी थीं। खुशी से चहक उठीं और बोलीं- देखो बेटी तुमने आज हमारे अनुराग को वापस हमारी गोद मेें देकर … Read more

ऑंसू बन गए मोती – विनीता महक गोण्डवी : Moral Stories in Hindi

New Project 89

अरे …… सुशीला तुम रोज रोज इतनी देर से क्यों आती हो….?  तुम तो जानती हो मुझे ऑफिस जाना है। सुशीला की मालकिन दिव्या ने कहा… सुशीला बिना कुछ कहे … जल्दी जल्दी काम में लग गई। दिव्या को लगा सुशीला कुछ परेशान हैं। दिव्या ने किचन में जाकर सुशीला से कहा…. क्या बात है … Read more

पश्चाताप – अपर्णा गर्ग : Moral Stories in Hindi

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कमरे की छत से पानी टपक रहा था, ज्योति कभी एक तरफ बर्तन रखती, तो कभी दूसरी ओर… न तो बारिश रूक रही थी और न ही उसके पास और बर्तन बचे थे, जिसे वो टपकते हुए पानी के नीचे लगा दे। हे भगवान! अब तो रहम करो, कब तक बरसोगे। ऐसा लग रहा हैं … Read more

वचन – करुणा मलिक : Moral Stories in Hindi

New Project 94

बेटा ! अब इस घर में तुम्हारे लिए बचा ही क्या है जो तुम अंतिम हवन के बाद यहीं रहना चाहती हो ? अजित के कारण ही तो तुम्हारा संबंध था इन सब से ….. मम्मी प्लीज़, धीरे बोलिए….अगर माँ या बाबा ने सुन लिया तो उनके दिल पर क्या बीतेगी? ये बात सही है … Read more

ननकी बुआ और उनका पर्स – संध्या त्रिपाठी : Moral Stories in Hindi

New Project 95

मैं पीहू…..आज मैं अपनी ननकी बुआ की बातें आपसे करूंगी …..वैसे तो मेरी दो बुआ है ….बड़की बुआ और ननकी बुआ….. ये बड़की और ननकी बुवाओ के घर के नाम है …..पर इसी नाम से हमारी दोनों बुआ पूरे मोहल्ले में जानी जाती हैं …..हम सब बड़ी बुआ को बड़की बुआ और छोटी बुआ को … Read more

आंसू बन गए मोती – खुशी : Moral Stories in Hindi

New Project 99

रति एक मिडिल क्लास परिवार से ताल्लुक रखती थी। परिवार में मां शांति , पिता श्याम लाल और दो भाई बहन नीता और अनंत ।रति कॉलेज के आखिरी साल में थी उसी के साथ पढ़ने वाले आकाश से उसकी दोस्ती थी।दोनो ही मेघावी छात्र थे।दोनो की बातों का विषय किताबें या समाजिक मुद्दे ही होते। … Read more

आंसू बन गए मोती – ऊषा बुच्चा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 04 29T104436.080

रवि , ८ साल का बच्चा , गोरा और नाक नक्श भी अच्छे , रास्ते पर खड़ा आने – जाने वाली गाड़ियों की सफ़ाई कर रहा था !  सिगनल के कारण रमा जी की गाड़ी खड़ी हो गई थी और रमा जी रवि से पूछ बैठे , यहाँ धूप में गाड़ियाँ साफ करने का काम … Read more

आंसू बन गए मोती – दीपा माथुर : Moral Stories in Hindi

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गाँव के एक छोटे से घर में मोहन अपनी पत्नी सुनीता और दो बच्चों, रोहित और पायल, के साथ रहता था। मोहन एक किसान था, लेकिन सालों से सूखा पड़ने के कारण उसकी फसलें बर्बाद हो रही थीं। आमदनी कम होने के कारण घर चलाना मुश्किल होता जा रहा था। सुनीता एक समझदार और सहनशील … Read more

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