“मन के हारे हार है मन के जीते जीत” – हेमलता गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 60

अपने इकलौते बेटे को हल्दी लगते माथे पर सेहरा सजते और दूल्हा बनते हुए देखकर दिनेश जी की आंखें बार-बार भर आती, यह वही बेटा था जिसके होने पर इन्हीं परिवार वालों और रिश्तेदारों ने अफसोस जाहिर किया था और आज वही सब उनकी खुशी में शामिल होकर नाच गा रहे हैं खुशियां मना रहे … Read more

अधूरापन – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 58

         जानकी,कब तक यूँ ही आंसू बहाती रहोगी।भाग से समझौता करना सीख लो।        मैं कहाँ आंसू बहा रही हूँ, तमे तो यूँ ही भैम रहे है।       तेरे साथ साथ रहते 14 साल  हो गये हैं, जानकी क्या तुझे समझन को अगले जनम की जरूरत है?मैं क्या तेरा दर्द ना समझूँ हूँ?सच जानकी वो दर्द तो मेरा … Read more

बड़ा बच्चा भी बच्चा है – संगीता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

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” अदिति शाम को हमे बाजार चलना है तुम्हारे भाई के लिए कुछ कपड़े लेने इसलिए अपना होमवर्क जल्दी से पूरा कर लेना तुम !” सुजाता अपनी दस साल की बेटी से बोली। ” मम्मा भाई का तो बर्थडे भी  फिर उसके लिए कपड़े क्यों?” अदिति मासूमियत से बोली। ” अरे तो क्या हुआ बर्थडे … Read more

आँसू बन गये मोती – चंचल जैन : Moral Stories in Hindi

New Project 65 1

सुमी चाहे घरेलू सहायिका थी, अपने बच्चे अनूप को स्वयंसिद्ध बनाया था सुमी ने। अनुशासित जीवन था उसका। सुबह परम प्रभुु का शुकराना करो, बडेे बुजुर्गों का चरण स्पर्श कर आशीष लो, खुद का काम खुद करो। सुमी सुमंगला जी की घरेलू सहायिका थी। सुबह से शाम तक जो भी काम हो, बडी लगन से … Read more

ऑंसू बन गए मोती – डाॅ संजु झा : Moral Stories in Hindi

New Project 66

 आज शशि अपनी मेहनत और लगन के बल पर  मशहूर  शेफ बन चुकी है।कुछ दिनों पहले शशि ने  खुद की डिशेज की किताब भी लाॅन्च  की।उसकी तस्वीर एक प्रसिद्ध पत्रिका में छपी थी।उसके नीचे तारीफ में लिखा था’मशहूर शेफ शशि जी ने अपनी डिशेज की किताब भी लाॅन्च की है,जिसे अत्यधिक सराहना मिली है।उस पत्रिका … Read more

कर्मो का फल – मधू वशिष्ठ : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

वृद्धाश्रम की संचालिका की कुर्सी पर बैठी कमला जी सामने बैठी अपनी ही दुनिया  में खोई हुई जेठानी को देखकर एकदम हतप्रभ रह गईं। तभी सामने खड़े चपरासी मदन ने बताया बहन जी कोई लोग गाड़ी में आए थे और हाईवे के मेरठ कॉफी हाउस में इन्हें बिठाकर खाने के कुछ पैसे कॉफी हाउस वाले … Read more

आंसू बन गए मोती – विधि जैन : Moral Stories in Hindi

New Project 68

सीमा और मीना देवरानी और जेठानी दोनों की ज्यादा नहीं बनती थी सीमा बड़े घर की बेटी नखरे बहुत ज्यादा थे सीमा की लव मैरिज हुई अनुज कभी भी सीमा को किसी बात से रोक-टोक नहीं करता था सुबह आराम से उठना नाश्ता करके अपने कमरे में फिर चली जाती थी आराम से खाना खाना … Read more

ऑंसू बन गए मोती – प्रतिमा श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 69

रजनी की शादी के कई साल बाद भी उसे मातृत्व का सुख नहीं मिला था और अब तो उसकी देवरानी गीता भी मां बनने वाली थी। रजनी खुश तो बहुत थी पर उसने अपने ही घर में अब सभी के नजरों को बदलते हुए महसूस करने लगी थी। काम काज करके दफ्तर निकल जाती और … Read more

आँसू बन गये मोती – उमा वर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 6

दो साल बीत गए ।तुम चली गई थी ।हमेशा के लिए ।ईश्वर को यही मंजूर था ।तब से मै लगातार आँसुओ के समंदर में डूबती इतराती रही ।जीने का कोई मतलब नजर नहीं आता था क्या करें?कैसे जिएं? जिंदगी एकदम नीरस हो गई थी ।न खाने का होश था न सोने की सुधि थी।कहीं आना … Read more

“आंसू बन गए मोती ” – पूजा शर्मा : Moral Stories in Hindi

New Project 70

कहां-कहां नहीं ढूंढा पापा मैंने आपको? पिछले महीने से पागलों की तरह इधर से उधर ढूंढ रहा हूं आपको, उसने हाथ पकड़ कर अपने पापा को कुर्सी पर बैठाया और उनकी गोद में सर रखकर रोने लगा। जानकी दास जी उसके सर पर हाथ फेरते रहे। वे जानते थे जब तक उनका बेटा जी भर … Read more

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