अभागी या सुभागी..!! – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

New Project 11

सब लोग कहते थे निधि तू अभागन है अरे भगवान ने तुझे एक बेटा नहीं दिया तीन तीन लड़कियां है तेरी ऊपर से तेरा पति .. निठल्ला.. बेकार..!! क्या होगा तेरा मुन्नी.. मां भी सिर पर हाथ मार कर कह उठती थी हे ईश्वर मैं बड़ी अभागी हूं मेरी ही बिटिया के साथ सब कुछ … Read more

अभागन… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi

New Project 2024 05 05T225422.575

वट वृक्ष के नीचे महिलाओं की लंबी कतार लगी थी… सभी अपनी बारी का इंतजार करतीं… हाथों में पूजा की थाल लिए… आगे पीछे बैठी थीं… तभी एक छोटी सी डलिया हाथ में लिए… किसी के आते ही पूजा कर रही महिलाओं के बीच दबी जुबान में अलग-अलग बातें बनने शुरू हो गए… एक बोली…” … Read more

“सासू माँ की प्रेरणा” – श्वेता अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

New Project 11

“भाभी, मैंने तो पहले ही कहा था इस अभागी लड़की से अपने विनय की शादी मत करो।पैदा होते ही अपने माँ-बाप को खा गई और अब अपने सुहाग को। खुद भी बोझ बन आप पर आ पड़ी है। अब भुगतो इस अपाहिज को।अभागन कहीं की। ये मर ही जाती तो बढ़िया होता।” कंचन ने हॉस्पिटल … Read more

अभागन – सीमा प्रियदर्शिनी सहाय : Moral Stories in Hindi

New Project 6

“निशा…निशा…तुमने कुछ सुना…?”हडबड़ाती हुई कुसुम की आवाज सुन कर मैं थोडा़ घबरा गई। अभी चंद हफ्ते ही गुजरे थे मुझे यहां आए हुए, मैं न तो किसी को जानती ही थी न ही ऐसा मौका भी मिला था। “क्या हुआ कुसुम?”मैं संदेहात्मक रवैये से पूछा तो उसने बहुत ही दुख भरे लफ्जों में कहा “वो … Read more

तू अभागन नहीं थी – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

New Project 69

पैदा होते ही अपने मां बाप को खा गई फिर मनहूस हमारे बेटे को खा गई..अभागन कहीं की…रोज सुमन को अपने सास ससुर के तानों से दो चार होना पड़ता था।अंदर से बेचारी टूट गई थी..पर कर भी क्या सकती थी? मां बाप होते तो उनकी पास चली जाती….मामा मामी ने तो वैसे ही उसे … Read more

अभागन – हेमलता : Moral Stories in Hindi

New Project 68

समृद्धि – समृद्धि बोलते हुए किसी ने उसे ज़ोर से झंझोड़ा तो देखा सामने उसकी प्रिय सखी रूचि खड़ी थीं और उसे पुकार रही थी पर वो तो अपना नाम भूल ही चुकी थी क्योंकि कोई भी उसे समृद्धि नाम से बुलाता ही नहीं था | सब उसे अभागन ही बोलते थे | आज बहुत … Read more

अभागन तू नहीं मैं हूँ – सुभद्रा प्रसाद : Moral Stories in Hindi

New Project 67 1

रश्मि अपने पति शिवम के साथ गाड़ी से अपने मायके जा रही थी | गाड़ी तेजी से आगे जा रही थी और रश्मि का मन उतनी ही तेजी से पीछे भाग रहा था | उसे अपने बीते दिनों की बातें याद आ रही थी |                   शिवम … Read more

कहां हूं मैं अभागन – मंजू ओमर : Moral Stories in Hindi

New Project 66

बड़े घर के बिगड़ैल बेटे से ब्याह दी गई ज्योति।मन में नई नवेली दुल्हन के सपने लिए ससुराल आ गई ज्योति। मायके में सौतेली मां के जुल्म सहते सहते तक गई थी ज्योति चार साल की थी जब मां छोटे भाई के जन्म के समय चल बसी ।दो दिन का छोटा सा छोटू उसकी देखभाल … Read more

अभागन – सुनीता मुखर्जी “श्रुति” : Moral Stories in Hindi

सौंदर्या व्याकुल होकर घर में ही चहल कदमी कर रही थी कभी बालकनी, कभी घर का गेट खोलकर बाहर देखने जाती। बेचैनी में एक-एक पल उसे एक-एक वर्ष के समान लग रहा था। थोड़ी भी आहट होने पर बाहर देखने लगती। बहुत ही बेसब्री से बेटे अंशुल का इंतजार कर रही थी। और हो भी … Read more

अभागन की बेटी – ऋतु गुप्ता : Moral Stories in Hindi

New Project 47

बहुत-बहुत बधाई हो रोली दीदी, बेटी ने आखिर साबित कर ही दिया कि आप कोई अभागन नहीं और वो कोई अभागन की बेटी नहीं। अरे अभागे तो वे लोग होते हैं जो समाज के डर से अपने हौसलों की उड़ान को रोक देते हैं, और समाज द्वारा बनाई गई झूठी मर्यादाओं के आगे अपने घुटने … Read more

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