नया सवेरा – निभा राजीव “निर्वी” : Moral Stories in Hindi
“-मालती मौसी, मेरा कुर्ता पाजामा निकाल दो ना..” प्रणव ने मालती को आवाज देते हुए कहा। “-अरे हां बेटा, निकाल दिया है और तुम्हारे कमरे में रख भी दिया है..”आह्लाद से भरकर मालती ने उत्तर दिया। सुखद भावनाओं के उद्वेग और पुलक को संभाले मालती दौड़ दौड़कर सारे काम निपटा रही थी। आज उसकी खुशियों … Read more