संस्कारो पे धब्बा – स्नेह ज्योति : Moral Stories in Hindi
प्यार तो पहले हुआ करता था । आज के दौर में प्यार के मायने ही बदल गए है । प्यार प्यार ना रह बस एक खिंचाव , एक फ़ैशनेबल हौड की तरह हों गया है । जहां लड़के-लड़कियाँ बॉय फ़्रेंड गर्ल फ़्रेंड कहलवाना ज़्यादा पसंद करते है । मेट्रो जो एक सार्वजनिक परिवहन का साधन … Read more