डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -43)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वहां मां के अलावा और सभी लोग मौजूद थे। अनुराधा ने तो सवाल पर सवाल दाग कर नैना को परेशान कर दिया था। लेकिन नैना ने तनिक भी घबराए और बिना हिचक के उसके एक- एक सवाल के जवाब विनम्रता पूर्वक दिए थे मसलन , ” अनुराधा … हमने सुना है तुम वहां लगातार सुशोभित … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -42)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

एक हफ्ते के बाद , नैना  अपने छोटे से लगेज के साथ घर पहुंची थी। तो दरवाजा पहले से ही खुला था। और सामने सोफे पर पिता , विनोद भाई और रोहन कुमार लाइन से बैठे हुए बातचीत में मशगूल थे। जया उससे तीन दिन पहले ही पहुंच चुकी थी। विनोद भाई के बेटे के … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -41)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

पंद्रह मिनट बाद ही वह किचन में जल्दी – जल्दी आंटा गूंध रही थी। आलू प्रेशर कूकर में उबल रहे थे। एक तरफ उसने  चटनी के लिए बैंगन टमाटर पकने को रख दिए थे। लगभग तीस  मिनट बाद वह कमरे में आलू के परांठे ,टमाटर की चटनी और मग में गर्म काॅफी की ट्रे ले … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -40)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

वह थोड़ा भावुक है। और शायद तुम जानती होगी , “भावना के क्षेत्र में बहुत कुछ अजीब और अनपेक्षित होता है “ जिसे झेलने को तैयार हो ? हम स्त्रियां भावुक तो होती हैं। पर पुरुष भावुक हो तो झेल नहीं पाती हैं। हम अक्सर स्वाभाव से ही दास्य भाव स्वीकार करने की आदी रहती … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -39)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

माया हिमांशु की दीदी हैं। वे नैना से मिलना चाहती थीं। इसलिए हिमांशु के साथ आ गई थीं।  विवाहोपरांत सपना देवेन्द्र के साथ उसके फ्लैट पर चली गई थी। चूंकि विवाह समारोह अत्यंत सादा था अतः समेटने को विशेष कुछ नहीं था। नैना सपना के विदा हो जाने के बाद बहुत खालीपन महसूस कर रही … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -38)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

” हां!” मैं यहां काम करती हूं “ ” कहां ?” ” मैक्स में ब्रांड लीड करती हूं। “ ” वाह! “ ” शुक्रिया ” फिर उसने हिमांशु के उसे छोड़ कर चले आने के बाद से लेकर के अब तक की कहानी  एक- एक कर बिना एक भी पन्ना भूले  सुना दी थी। और … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -37)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

‘ चलें! ‘ उसके इस एक शब्द ने मुझे मेरे अतीत से निकाल कर वर्तमान में ला दिया है। जहां आज मैं उसके साथ कदम से कदम मिलाकर चलने में  जो शायद कभी नैना की इच्छा थी उसे दोहरा कर अच्छा महसूस कर रहा हूं। हम दोनों चुप थे। शायद बात शुरू करने का सिरा … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -36)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

— हिमांशु भले ही अनमने मन से लेकिन जया ने हामी भर दी थी। अक्सर पुराने कागजों की पड़ताल में पड़े हुए  नैना के कार्ड पर नजर पड़ जाया करती है। वहां उसके शहर से उसे छोड़ कर आने के पहले वह कार्ड उसे वापस कर देना चाहता था। लेकिन कर नहीं पाया था। वह … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -35)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

आगामी सप्ताह के  मंगलवार को जया का इंटरव्यू था। वह नियत समय पर स्कूल में प्रिंसिपल के रूम के बाहर बैठी हुई अपना नाम पुकारे जाने  का इंतजार कर रही है। दरवाजे के आसपास इंटरव्यू देने वालों की भीड़ इकठ्ठा है। जया का नाम  अनांउस हुआ तो वह उठ खड़ी हुई। धीमें कदमों से चलती … Read more

डार्लिंग!कब मिलोगी” (भाग -34)- सीमा वर्मा : Moral stories in hindi

नैना बहुत खुश हैं, अब दिल्ली , देश की राजधानी में उसका अपना खुद का अलग पता है। खुद का घर है भले ही वह घर किराये के एक कमरे में सिमटा है। अब उसे ये चिंता सता रही है। कमरा तो ले लिया है पर और बंदोबस्त कैसे  और किस प्रकार कर पाएगी वो … Read more