घर की मिठास (अंतिम भाग) – लतिका श्रीवास्तव: hindi stories with moral

hindi stories with moral : कल पापा का जन्मदिन है याद है ना आज क्या क्या करना है अरुण वीना को याद दिला रहा था गुलदस्ता कहां है!! अरे भैया मैने तो फूलों का गुलदस्ता नहीं पूरी ये माला ही बना ली है आइए दिखाती हूं आपको कहती वीना अत्यधिक उत्साह से उसका हाथ पकड़ … Read more

घर की मिठास (भाग 3) – लतिका श्रीवास्तव: hindi stories with moral

hindi stories with moral : वीना बिटिया मेरे साथ पुलाव की तैयारी करवाएगी पापा ने जैसे ही कहा नहीं पापा मुझे एनी भैया से इंग्लिश पढ़ना है वीना ने मुस्कुराते हुए कहा तो अरुण भी उत्साह में आ गया अरे वाह वीना बहुत दमदार विचार है मुझे भी स्पोकन सुधरवाना है सुनकर ही अनिमेष हंसने … Read more

घर की मिठास (भाग 2) – लतिका श्रीवास्तव: hindi stories with moral

hindi stories with moral : तीन दिनों बाद ही पापा का जन्मदिन है इस बार पापा पचास वर्ष पूरे कर लेंगे … भैया मैने पापा की इस पचासवीं सालगिरह के लिए एक सरप्राइज़ प्लान किया है सुबह सुबह ही वीना वरुण के पास फुसफुसाकर कह ही रही थी तभी मां हाथ में आरती की थाली … Read more

आखिर एक लड़की का असली घर कौन सा ?? – स्वाति जैन : Moral stories in hindi

New Project 55

वाह अल्का !! तुम तो बिना पार्लर गए भी इतनी सुंदर लग रही हो , पार्लर जाती तो सब तुम्हें ही दुल्हन समझ बैठते हंसते हुए कौशल्या चाची ने अल्का से कहा !! अल्का बोली चाची जी , मैं भी पार्लर जाना चाहती थी मगर शादी वाले घर में आप तो जानती ही हैं कितना … Read more

जन्मों का संबंध (भाग 3)- पुरुषोत्तम : hindi stories with moral

hindi stories with moral : इधर प्रकाश को भी जान पड़ रहा था कि सुरभि से बात नहीं करने का जो पाप उसने किया है यही उसके प्रायश्चित का अवसर है। जाने फिर कब मुलाकात हो। हो भी तो फिर किस पराये घर की बनकर। लेकिन सुरभि के सामने से तो उसकी अपराधी जुबान खुल … Read more

जन्मों का संबंध (भाग 1)- पुरुषोत्तम : hindi stories with moral

hindi stories with moral : सुरभी घर की दुलारी थी और हो भी क्यों न चार भाई-बहनों में सबसे छोटी जो थी। सभी उसपर लट्टू रहते थे। सारिका सबसे बड़ी, अभी हाल में उसकी शादी हुई थी। शादी के बाद जब से मायके आई थी तबसे ससुराल वाले जिद लगाये हुए थे कि बहु को … Read more

मन्नत का धागा (भाग 2 ) – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

वैसे तो आदित्य की हालत में भी सुधार था थोड़ा-थोड़ा सहारा लेकर खड़ा भी होने लगा था पर अभी भी वो बात बात में मानसी के ऊपर बहुत गुस्सा हो जाता था। मानसी आदित्य से प्यार के दो बोल सुनने को तरस जाती थी पर फिर भी वो ससुराल को अपना घर मानकर सब कुछ … Read more

मन्नत का धागा – डॉ पारुल अग्रवाल : Moral Stories in Hindi

आदित्य उठते ही मानसी नज़र नहीं आई। तभी मां ने उसको मानसी का पत्र थमा दिया। पत्र को पढ़ते ही आदित्य यादों की गलियों में पहुंच गया। जहां मानसी और उसने अनगिनत खूबसूरत पल एक साथ बिताए थे। बहुत ही खूबसूरत और प्यारा साथ था दोनों का। एक साथ होते तो वक्त का पता ही … Read more

बंगला बन गया घर – पुष्पा जोशी : hindi stories with moral

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hindi stories with moral : ‘चलो बेटा अब घर चलते हैं। तुम्हारे बापू भी तुम्हारा रास्ता देख रहै होंगे।’ गोमती ने कृष्णा से कहा। ‘नहीं मॉं कुछ देर और बैठते हैं ना देखो यहाँ कितने सुन्दर-सुन्दर घर हैं।पता है माँ, यहाँ सबके अपने अलग-अलग कमरे होते हैं, हमारे यहाँ तो बस रसोई और एक कमरा … Read more

गंवार कहीं का- अमिता कुचया : Moral Stories in Hindi

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Moral Stories in Hindi : जो मां बाप का ख्याल रखें, ताउम्र साथ निभाए तो ऐसे बेटे को क्या कहेंगे। आज्ञाकारी बेटा न •••पर ऐसा नहीं है समय के अनुसार जो हमें हाथ में मोटी गड्डी रखें वहीं लायक बेटा होता है, यही इस परिवार की कहानी है समीर अपने परिवार में तीसरे नंबर का … Read more

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