आखिरी फैसला – डाॅक्टर संजु झा : Moral Stories in Hindi
मनुष्य की जिन्दगी में कब कौन-सा मोड़ आकर उपस्थित हो जाएँ और कौन-सा फैसला लेना पड़ जाएँ,कुछ कहा नहीं जा सकता है।कथानायिका सरोज भी आज इसी दोराहे पर खड़ी है।सरोज को उसके पिता बहुत प्यार करते थे।सभी भाई-बहनों में बड़ी सरोज पिता की अत्यधिक दुलारी थी।पिता हमेशा उसे रानी कहकर ही बुलाते थे। उसे देखकर … Read more