घर के संस्कार.… – रश्मि झा मिश्रा : Moral Stories in Hindi
शैलजा जी अपनी होने वाली समधन के घर गई थीं… विवाह की तैयारियों के बारे में बैठकर बातें करने… घर दो घंटे की दूरी पर था…आज कुछ काम के सिलसिले में उधर निकलना हुआ… तो फोन पर बातें करने से अच्छा उन्होंने सोचा कि… एक बार घर जाकर ही विवेक की मां और भाभी से … Read more