बेटी गुरुर.. बहू क्लेश..? – रोनिता : Moral Stories in Hindi

मम्मी जी..! आंचल की सासू मां का फोन आया था… वह आंचल की गोद भराई की रस्म है, हमें बुलाया है…. नायरा ने अपनी सास गायत्री जी से कहा…  गायत्री जी:   अच्छा… पर समधन जी ने मुझे फोन ना करके तुम्हें क्यों किया…? नायरा:   वह कर रही थी कि आपका फोन नहीं लग … Read more

ब्रांडेड सोच – लतिका श्रीवास्तव : Moral Stories in Hindi

#गुरूर# ब्रांडेड सोच जब पंद्रह लाख की कार दरवाजे पर खड़ी हुई तो मिताली के चेहरे की पुलक आंखों की चमक और ठसक देखते बनती थी। एक गुरूर सा छा गया था उसके चेहरे पर ही नहीं शरीरके हर हाव भाव पर भी। कार के आते ही मानो सब कुछ बदल ही गया था।चलने का … Read more

अब क्या करूं – लक्ष्मी कानोडिया : Moral Stories in Hindi

जिया ने पानी पिया और आशीष का नंबर डायल किया मगर उसने इस बार भी फोन नहीं उठाया। जिया ने आशीष को कई बार फोन मिलाया मगर उसने उसकी किसी कॉल का जवाब नहीं दिया। जिया ने सोचा अब तो आशीष ने बिल्कुल ही बात करना बंद कर दिया है। एक बार को वह फिर … Read more

ख़ुद को श्रेय क्यों न दूँ ??? – शनाया अहम : Moral Stories in Hindi

सपना एक गरीबी घर की लड़की थी , उसका बचपन बहुत ही अभाव में गुज़रा लेकिन उसे अपने घर की गरीबी से कोई शिकवा शिकायत नहीं थी।  सपना पढ़ने में होशियार थी।  उसके पिता रमेश जी ने एक सरकारी स्कूल में उसका दाखिला कराया हुआ था , इसी सरकारी स्कूल से सपना ने 12वीं का … Read more

गुरूर – खुशी प्रजापति : Moral Stories in Hindi

एक गाँव में एक राजा रहता था जो निर्दयी और घमंडी था। एक बार एक वृद्ध राजा के दरबार में आया और बोला महाराज! क्या आपके पास मेरे योग्य कोई कार्य है यदि हो तो बताइए। राजा बोला अभी मेरे पास कोई ऐसा कार्य नहीं जो तुम्हारे योग्य हो। वृद्ध बोला महाराज कृपा करें मेरी … Read more

मेरे पापा मेरा गुरुर हैं – कमलेश आहूजा : Moral Stories in Hindi

“बेटी,बड़ी हो रही है अभी भी आप उसके साथ बच्चों की तरह आंख मिचौनी खेलते रहते हैं।”रमा झल्लाते हुए बोली। “रमा,यही तो समय है जितना अपनी बेटी का साथ लाड लगा सकूं उसके साथ मस्ती कर सकूं।बड़ी होकर तो ये अपने ससुराल चली जाएगी।क्या पता फिर इससे मिलने के लिए भी तरस जाऊं।”सुरेश जी कहते … Read more

आप ने मेरे साथ ये क्यूँ किया? – अल्का गोस्वामी : Moral Stories in Hindi

यह कहानी है पड़ोस में रहने वाले गुप्ताजी की बेटी जया की, जो कि गुप्ता जी की तीन बेटियों में मंझली थी। जहाँ बड़ी बेटी विजया और छोटी संध्या साधारण रूप रंग की थी वहीँ जया को भगवान ने पूरे फुर्सत में बनाया था। गोरा रंग और तीखे नैन नक्स। जहाँ मंझली और छोटी स्वभाव … Read more

अपशगुन – विभा गुप्ता : Moral Stories in Hindi

” माफ़ कीजियेगा भाभीजी…अब हमारे आकाश की शादी आपकी सिमरन के साथ नहीं हो सकती…।” देवीलाल ने सगाई का सामान लौटाते हुए प्रमिला जी से कहा तो वो चौंक गई।   ” शादी नहीं हो सकती!…मगर क्यों भाईसाहब? सिमरन या हमसे ऐसी क्या भूल गई है जो आप…।आपकी कोई डिमांड हो तो बताइये…मैं पूरा करुँगी…।”     ” … Read more

मेरा गुरूर मेरी सासू मां – माधुरी गुप्ता : Moral Stories in Hindi

यों तो समाचार पत्रों में अधिकतर ऐसी-ऐसी खबरें समय समय पर प्रकाशित होती रहती हैं कि फलां बहिन ने अपने भाई को किडनी देकर उसकी जान बचाई या कभी बेटी ने अपने पिता को किडनी दी।लेकिन आज की खबर इन सब खबरों से एकदम अनूठी थी,खबर ही कुछ ऐसी थी कि जो भी पढ़ता ,दांतों … Read more

अपना अपना धर्म – बालेश्वर गुप्ता : Moral Stories in Hindi

अपना नाम सुन वीरेन ठिठक गया।दरवाजा खुला था,सो पहले की तरह वह अंदर चला गया।धीरेंद्र अपनी पत्नी को समझा रहा था, देखो वीरेन की नौकरी भी कोविड के समय चली गयी है, इस समय बेरोजगार है,जरूरतमंद है,पता नही मिलते ही क्या डिमांड कर दे,मैं तो इसीलिये उससे मिलने से कतराता हूँ।ध्यान रखना मेरे पीछे आये … Read more

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